अब हम स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।।
देश को मुक्त करायेंगे,
कचरों की नदियों से,
मैल जो बैठा है भारत में,
इन कई सदियों से,
सङको, गली, चौराहें,
या किसी बस्ती में,
पार्कों, स्टेशनों,
या स्कूलों के बाहर में,
कितनी भी कठिनाई आए,
ऐसा हरदम पर,
कर दिख लाएंगे,
इसलिए, हम तो अब,
स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।।
देश को मुक्त कराया था,
जैसे गुलामी की जंजीरों से,
सत्याग्रह अंदोलन,
गांधी ने करके,
सत्य एवं अहिंसा के
मार्ग पर चलके,
अब गंदगी की गुलामी से
हम आजादी पाएंगे,
अस्वच्छता के विरुद्ध
स्वच्छताग्रह आंदोलन चलाएंगे
इसलिए, हम तो अब,
स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।
हर घर में ज्योति,
स्वच्छता की जलाएंगे,
वातावरण नहीं सिर्फ,
स्वच्छता हर मन में सजाएंगे,
देश के हर कोने में,
स्वच्छता की पवन बनाएंगे,
पुष्प वर्षा स्वच्छता की,
पूरे देश में कराएंगे,
विश्व में भारत की स्वच्छता,
को आदर्श बनाएंगे,
इसलिए, हम तो अब,
स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।
शिवांगी सौम्या