Modern युग का बेटा कैसा होता है ,
अखिलेश यादव जैसा होता है,
जब घर में महाभारत छिङती है,
अपने ही दो गुटों में बट जाते हैं,
आपसी कहासुनी में पिता भङक जाता है,
अपना वही पुराना रूतबा चाहता है,
दूसरों के कहने पर अपने बेटे को सजा दे डालता है,
उसे ही घर से निकल बाहर करता है,
बेटा भी आज के युग का बेटा है,
इसलिए ईंट का जबाब पत्थर से देता है,
वो नहला पर दहला मारता है,
बाप को बाप के घर से निकल फेंकता था,
जो अपना घर नहीं सम्भाल सकते हैं,
वो उत्तर प्रदेश कैसे सम्भालने,
घर की नौटंकी को जो Breaking News बनाते हैं,
अपनी राजनीति में जो जनता को भुला जाते हैं
क्या जनता इतनी समझदार नहीं?
क्या देंगी वो इनको इसका जबाब नहीं?
वक्त आने पर कर्म का फल स्वयं मिलेगा,
जिसने जो किया उसका सजा मिलेगा
जब U.P. में फिर से एक बार कमल खिलेगा
जब U.P. में फिर से एक बार कमल खिलेगा
शिवांगी सौम्या सुहानी