Wednesday, 25 January 2017

अब हम स्वच्छताग्रही बनते हैं!!!

अब हम स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।।

देश को मुक्त करायेंगे,
कचरों की नदियों से,
मैल जो बैठा है भारत में,
इन कई सदियों से,
सङको, गली, चौराहें,
या किसी बस्ती में,
पार्कों, स्टेशनों,
या स्कूलों के बाहर में,
कितनी भी कठिनाई आए,
ऐसा हरदम पर,
कर दिख लाएंगे,
इसलिए, हम तो अब,
स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।।

देश को मुक्त कराया था,
जैसे गुलामी की जंजीरों से,
सत्याग्रह अंदोलन,
गांधी ने करके,
सत्य एवं अहिंसा के
मार्ग पर चलके,
अब गंदगी की गुलामी से
हम आजादी पाएंगे,
अस्वच्छता के विरुद्ध
स्वच्छताग्रह आंदोलन चलाएंगे 
इसलिए, हम तो अब,
स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।

हर घर में ज्योति,
स्वच्छता की जलाएंगे,
वातावरण नहीं  सिर्फ,
स्वच्छता हर मन में सजाएंगे,
देश के हर कोने में,
स्वच्छता की पवन बनाएंगे,
पुष्प वर्षा स्वच्छता की,
पूरे देश में कराएंगे,
विश्व में भारत की स्वच्छता,
को आदर्श बनाएंगे,
इसलिए, हम तो अब,
स्वच्छताग्रही बन जाएंगे।

शिवांगी सौम्या



Saturday, 21 January 2017

Wants

Today, it is 21 Jan and a large human chain was going to form throughout Bihar. So, me, my  colleagues and some students were making banner, posters etc related to liquor prohibition. Around the room in which things were been done, a number of students had crowded it, just to get a chance to get one of those posters.
And after the human chain was formed , to those were given  banner, poster etc.
After half an hour, the same students were like, "Miss, I couldn't handle it more. My hands are paining extremely. Take it back.........."
  Some of the same kids have thrown the same posters they had wanted with extreme Desire.
  I took one of the poster and tried to give to someone else. But what the reply was amazing
  "Don't give it to me, Miss,
   Don't give it to me, Miss "
   He was saying in a way that if it was like a bomb.
I  was deeply wondering, if they were the same students who had asked for it.
  This incident taught me a lesson
" People want everything that is beautiful, but when we realise the responsibilities that comes with it, we don't hesitate to give it up in seconds.

Ifa Agnes
 

Thursday, 19 January 2017

नशा मुक्त बिहार


नशे ने किया है तंग😾 😾
इससे हुई घरों की शांति भंग🏡😀
हर घर यूंही
आँसुओं में बहते थे 😭😭😭
किसी कि पत्नी👰👰👰
किसी के बच्चे सेहते थे👦👧
माँ बाप भी कहाँ👫👫
इससे बचते थे ।।
दुखों में डूबा इनका संसार था🌏🌏
घर बार उजङा अंबार था।। 🌅🌅

नशे से समाज का नाश हुआ🎑🎑
गृहस्थी के धन का भी विनाश हुआ 💸💸
किताब की जगह दारु आया📚📚📚
जिससे बच्चो का विकास थमा👭👭
घरों में लङाई आम हो गई💣💣
मार-पीट सरेआम  हो गई🔪🔪
बिमारी देती है, नशा नशा 🚬🚬
ये है मानव समाज के लिए सजा 💉
लेकिन कोई था समझता कहाँ?? 👳👳

लेकिन अच्छे दिन का वादा लेकर💪💪
एक दिन ऐसा आया👌👌
हमारे मुख्यमंत्री ने
नशे पर प्रतिबंध लगाया 🚭🚭
नतीजा इसका ये आया
घर में बंद हुई लङाई 🆓🆓
बच्चे करते हैं अब पढाई 📖📖
क्योंकि नशे की हुई विदाई 🚬🚬
इसलिए सबने ये ठाना है
बिहार को नशामुक्त बनाना👍👍 है
जन जन का कहना है 👏👏👇👌
बिहार को नशामुक्त रहना है👇👌
बिहार को नशामुक्त रहना है।।👇👌

शिवांगी सौम्या

Monday, 16 January 2017

Modern युग का बेटा

Modern युग का बेटा कैसा होता है ,
अखिलेश यादव जैसा होता है,

जब घर में महाभारत छिङती है,
अपने ही दो गुटों में बट जाते हैं,

आपसी कहासुनी में पिता भङक जाता है,
अपना वही पुराना रूतबा चाहता है,

दूसरों के कहने पर अपने बेटे को सजा दे डालता है,
उसे ही घर से निकल बाहर करता है,

बेटा भी आज के युग का बेटा है,
इसलिए ईंट का जबाब पत्थर से देता है,

वो नहला पर दहला मारता है,
बाप को बाप के घर से निकल फेंकता था,

जो अपना घर नहीं सम्भाल सकते हैं,
वो उत्तर प्रदेश कैसे सम्भालने,

घर की नौटंकी को जो Breaking News बनाते हैं,
अपनी राजनीति में जो जनता को भुला जाते हैं

क्या जनता इतनी समझदार नहीं?
क्या देंगी वो इनको इसका जबाब नहीं?

वक्त आने पर कर्म का फल स्वयं  मिलेगा,
जिसने जो किया उसका सजा मिलेगा

जब U.P. में फिर से एक बार कमल खिलेगा
जब U.P. में फिर से एक बार कमल खिलेगा

शिवांगी सौम्या सुहानी

Wednesday, 4 January 2017

My Words Are My Identity

My Words Are My Identity

Neither my colour,
Nor my skin,

Neither my weight,
Nor my height,

Neither my face,
Nor my expression

Neither my gender
Nor my Feminism.

But my words are my identity
But my words are my identity!!

And you can't say it's vulgarity,
But my words are my identity!!!

Written by
Ifa Agnes